22 नवम्बर 2020, रविवार
विक्रम संवत 2077, शक संवत 1942
दक्षिणायन, शरद ऋतु, कार्तिक मास
शुक्ल पक्ष, अष्टमी तिथि रात्रि 02 : 13 बजे तक तत्पश्चात नवमी
धनिष्ठा नक्षत्र शाम 15: 22 बजे तक तत्पश्चात शतभिषा
ध्रुव योग प्रातः 10: 50 बजे तक तत्पश्चत् भइया घात
राहुकाल शाम 04: 30 बजे से शाम 0 6: 00 बजे तक
सूर्योदय 06: 40 बजे, सूर्यास्त 17: 20 बजे
दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण - गोपाष्टमी
विशेष : अष्टमी को नारियल का फल खाने से बुद्धि का नाश होता है।
अक्षय फल देनेवाली अक्षय नवमी
कार्तिक शुक्ल नवमी (23 नवम्बर 2020) सोमवार को ‘अक्षय नवमी’ तथा ‘आँवला नवमी’ कहते हैं। अक्षय नवमी को जप, दान, तर्पण, स्नानादि का अक्षय फल होता है। इस दिन आँवले के वृक्ष के पूजन का विशेष महत्व है। पूजन में कर्पूर या घी के दीपक से आँवले के वृक्ष की आरती करनी चाहिए तथा निम्न मंत्र बोलते हुये इस वृक्ष की प्रदक्षिणा करने का भी विधान है :
यानि कानि च पापानि जन्मान्तरकृतानि च।
तानि सर्वाणि नश्यन्तु प्रदक्षिणपदे पदे।।
इसके बाद आँवले के वृक्ष के नीचे पवित्र ब्राम्हणों व सच्चे साधक-भक्तों को भोजन कराके फिर स्वयं भी करना चाहिए। घर में आंवलें का वृक्ष न हो तो गमले में आँवले का पौधा लगा के अथवा किसी पवित्र, धार्मिक स्थान, आश्रम आदि में भी वृक्ष के नीचे पूजन कर सकते हैं। कई आश्रमों में आँवले के वृक्ष लगे हुए हैं। इस पुण्यस्थलों में जाकर भी आप भजन-पूजन का मंगलकारी लाभ ले सकते हैं।
आँवला (अक्षय) नवमी है फलदायी
भारतीय सनातन पद्धति में पुत्र रत्न की प्राप्ति के लिए महिलाओं द्वारा आँवला नवमी की पूजा को महत्वपूर्ण माना गया है। मान्यता है कि इस पूजन से व्यक्ति के समस्त पापों से मुक्ति मिलती है अौर पुण्य फलदायी है। कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की नवमी को महिलाएं आँवले के पेड़ की विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर अपनी समस्त मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए प्रार्थना करती हैं।
आँवला नवमी को अक्षय नवमी के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन द्वापर युग का प्रारंभ हुआ था। कहा जाता है कि आंवला भगवान विष्णु का पसंदीदा फल है। आंवले के वृक्ष में समस्त देवी-देवताओं का निवास होता है। इसलिए इसकी पूजा करने का विशेष महत्व है।
व्रत की पूजा का विधान
नवमी के दिन महिलाएं सुबह स्नान ध्यान कर आँवला के वृक्ष के नीचे पूर्व दिशा में मुंह करके बैठती हैं। वृक्ष की जड़ों को दूध से सींच कर उसके तने पर कच्चे सूत का धागा लपेटा जाता है। तत्पश्चात रोली, चावल, धूप दीप से वृक्ष की पूजा की जाती है। महिलाएं आँवले के वृक्ष की 108 परिक्रमाएं करके ही भोजन करती हैं।
आँवला नवमी की कथा
पुत्र रत्न प्राप्ति के लिए आँवला पूजा के महत्व के विषय में प्रचलित कथा के अनुसार एक युग में किसी वैश्य की पत्नी को पुत्र रत्न की प्राप्ति नहीं हो रही थी। अपनी पड़ोसन के कहे अनुसार उसने एक बच्चे की बलि भैरव देव को दे दी। इसका फल उसे उल्टा मिला। महिला कुष्ट की रोगी हो गई। इसका वह पश्चाताप करने लगे और रोग मुक्त होने के लिए गंगा की शरण में गई। तब गंगा ने उसे कार्तिक शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को आँवला के वृक्ष की पूजा कर आँवले के सेवन करने की सलाह दी थी। महिला ने गंगा के बताए अनुसार इस तिथि को आँवला की पूजा कर आँवला ग्रहण किया और वह रोगमुक्त हो गई। इस व्रत व पूजन के प्रभाव से कुछ दिनों बाद उसे दिव्य शरीर व पुत्र रत्न की प्राप्ति हुई। तभी से हिंदुओं में इस व्रत को करने का प्रचलन बढ़ा। तब से लेकर आज तक यह परंपरा चली आ रही है।
पंचक
19 दिसंबर
प्रातः 7.16 से 23 दिसंबर तड़के 4.32 बजे तक
माह त्योहार
नवंबर
25 बुधवार देवुत्थान एकादशी
27 शुक्रवार प्रदोष व्रत (शुक्ल)
30 सोमवार कार्तिक पूर्णिमा व्रत
दिसंबर
3 गुरुवार संकष्टी चतुर्थी
11 शुक्रवार उत्पन्ना एकादशी
12 शनिवार प्रदोष व्रत (कृष्ण)
13 रविवार मासिक शिवरात्रि
14 सोमवार मार्गशीर्ष अमावस्या
15 मंगलवार धनु संक्रांति
25 शुक्रवार मोक्षदा एकादशी
27 रविवार प्रदोष व्रत (शुक्ल)
30 बुधवार मार्गशीर्ष पूर्णिमा व्रत
साफताहिक राशिफल
मेष : सप्ताह की शुरुआत कार्यों में आ रही अड़चन के दूर होने के साथ अटके हुए महत्वपूर्ण कार्यों में सफलता मिलेगी। धर्म-कर्म में रुचि बढ़ेगी। किसी धार्मिक स्थान की यात्रा भी संभव है। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन और मनचाहा पद मिल सकता है। भूमि, भवन और वाहन आदि सुख-साधनों में वृद्धि होने के योग हैं। सप्ताह के मध्य में जीवनसाथी की सेहत कुछ नरम रह सकती है। अचानक से किसी चीज की खरीद में बड़ी धनराशि खर्च करनी पड़ सकती है। छात्रों का मन पढ़ाई से उचट सकता है। सप्ताह के अंत में परिवार के संग समय बिताने का मौका मिलेगा। प्रेम संबंधों में मजबूती आयेगी।
शुभ अंक- 4
शुभ दिन- सोमवार
शुभ रंग- सफेद
सफलता का सूत्र- अवसर को हाथ से न जानें दें।
उपाय- चांदी का सिक्का अपनी जेब में रखें। 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का जाप करें।
वृष : इस सप्ताह क्रोध पर नियंत्रण रखने की जरूरत रहेगी। बात से ही बात बनेगी और बात से ही बात बिगड़ेगी, इसलिए अपना आपा न खोएं। नौकरीपेशा लोगों पर कामकाज का ज्यादा बोझ रहेगा। जरूरत से ज्यादा भागदौड़ करनी पड़ सकती है। स्त्रियों से विशेष रूप से सावधान रहें। किसी स्त्री के कारण अपयश हो सकता है। यदि किसी बड़ी योजना पर धन निवेश करने की सोच रहे थे तो थोड़ा इंतजार करना बेहतर रहेगा। किसी शुभचिंतक की सलाह पर ही कोई बड़ा फैसला लें। सप्ताह के मध्य में सेहत को लेकर सतर्क रहें। नेत्र कष्ट या हड्डियों से जुड़े रोग उभर सकते हैं।
शुभ अंक-1
शुभ दिन- गुरुवार
शुभ रंग- सुनहरा
सफलता का सूत्र- मन को शांत रखें।
उपाय- भगवान विष्णु के मंदिर में चने की दाल और गुड़ चढ़ाएं। जेब में पीले रंग का रूमाल रखें।
मिथुन : इस सप्ताह आय कम और खर्च ज्यादा रहेगा। भाई-बहनों से किसी बात को लेकर तकरार हो सकती है। नौकरीपेशा लोगों को कठिन परिश्रम के पश्चात ही कार्यों में सफलता मिलेगी। धन के लेन-देन में खूब सावधानी रखने की जरूरत है। किसी कार्य योजना के लिए धन उधार लेने से पूर्व खूब सोच विचार कर लें। सप्ताह के अंत में हालात में कुछ सुधार होगा। नए व्यापारिक संबंध बनेंगे, जिनसे भविष्य में लाभ होगा। संतान पक्ष से सुखद समाचार मिल सकता है। जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा। किसी मित्र या स्वजन के माध्यम से प्रेम संबंधों में पनपी गलतफहमियां दूर होंगी। महिलाओं का परोपकारी एवं धार्मिक कार्यों के प्रति मन लगेगा।
शुभ अंक- 9
शुभ दिन- सोमवार
शुभ रंग- सफेद
सफलता का सूत्र- विवेक का इस्तेमाल करें।
उपाय- गरीबों को खाने के लिए मीठी चीजें दें। ॐ नम: शिवाय' मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करना विशेष रूप से फलदायी होगा।
कर्क : रोजी-रोजगार के लिए भटक रहे लोगों की नए अवसर प्राप्त हो सकते हैं। नये कार्यों की योजना बनेगी। संपत्ति से संबंधित मामलों में विशेष रूप से लाभ होगा। कोर्ट-कचहरी में चल रहा मामला में आपको बड़ी सफलता मिल सकती है। सप्ताह के मध्य में कुछ ऐसे नए एवं महत्वपूर्ण निर्णय ले सकते हैं, जो भविष्य में काफी लाभप्रद साबित होंगे। व्यापार में अप्रत्याशित लाभ के योग बनेंगे। सप्ताह के अंत में अचानक से कोई यात्रा करनी पड़ सकती है। यात्रा खर्चीली और थकान भरी होगी। इस दौरान सेहत का विशेष ख्याल रखें। सप्ताह के अंत में छात्रों को असमंजस की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है। परिवार के किसी सदस्य की सेहत को लेकर मन चिंतित रहेगा। स्वयं की सेहत का भी विशेष ध्यान रखने की जरूरत रहेगी।
शुभ अंक-6
शुभ दिन-बुधवार
शुभ रंग-हरा
सफलता का सूत्र-समय पर कार्य करें।
उपाय-तुलसी का पौधा लगाएं और उसकी सेवा करें। ॐ बृं बृहस्पतये नम:' मंत्र का जप करें।
सिंह : सप्ताह छोटी-मोटी बातों को नजरंदाज करने की जरूरत रहेगी, अन्यथा सालों से बने संबंध टूट सकते हैं। कार्यक्षेत्र में सहयोगियों को साथ लेकर चलने पर ही सफलता के योग हैं। सप्ताह की शुरुआत में अपनी सेहत का ध्यान रखें। श्वसन संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। सप्ताह के मध्य में अत्यधिक खर्चें से मन अशांत रहेगा। सप्ताह के अंत में किसी वरिष्ठ की मदद से कार्यों में अड़चनें दूर होंगी। व्यवसाय में लाभ एवं बढ़ोत्तरी के अवसर प्राप्त होंगे। सुदूर यात्रा के योग बनेंगे। किसी पर्वतीय क्षेत्र में या धर्म स्थान पर जाना पड़ सकता है। संतान पक्ष से सुखद समाचार मिलने पर घर में खुशी का माहौल रहेगा।
शुभ अंक-2
शुभ दिन-मंगलवार
शुभ रंग-लाल
सफलता का सूत्र- अपने हित का ध्यान रखें।
उपाय-जीवन से जुड़ी बाधाओं को दूर करने के लिए श्री हनुमान जी की साधना करें और चने और गुड़ का भोग लगाएं।
कन्या : यह सप्ताह भाग्यवर्धक है। सप्ताह की शुरुआत में किसी प्रभावी व्यक्ति से मुलाकात होगी, जिसकी मदद से कोई बड़ा काम बनेगा। किसी वरिष्ठ व्यक्ति की मदद से परिवार में संपत्ति को लेकर चले आ रहे विवाद का निबटारा होगा। व्यापार में अप्रत्याशित लाभ होगा। किसी बड़ी योजना में निवेश भी कर सकते हैं। विदेश से संबंधित कारोबार करने वालों के लिए समय शुभ है। सप्ताह के मध्य में अपनी चीजों को लेकर सतर्क रहने की जरूरत रहेगी। विशेष तौर पर नये वाहन की सुरक्षा करें एवं वाहन धीमें चलाएं। दांपत्य जीवन में मधुरता बनी रहेगी। प्रेम संबंध विवाह में तब्दील हो सकते हैं। सप्ताह के अंत में संतान पक्ष से मानसिक कष्ट हो सकता है।
शुभ अंक-2
शुभ दिन-गुरुवार
शुभ रंग-पीला
सफलता का सूत्र-अवसर का लाभ उठाएं।
उपाय- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें। किसी धर्म स्थान पर जाकर बेसन के बने लड्डू या पीले फल बांटें।
तुला : इस सप्ताह आपके सामने कुछ चुनौतियां आएंगी, लेकिन सूझबूझ से पार पाने में सफल होंगे। माता-पिता या किसी मित्र की मदद से अटका कार्य पूरा होगा। 24 नवंबर के बाद कामकाज की व्यस्तता बढ़ेगी। धन लाभ एवं पारिवारिक सुख में बढ़ोत्तरी होगी। नौकरीपेशा लोगों का तबादला हो सकता है। कामकाजी महिलाओं के लिए समय अनुकूल रहेगा। कार्यक्षेत्र में प्रशंसा और प्रमोशन मिल सकता है। रोजी-रोजगार की दिशा में किए गये प्रयास सफल होंगे। छोटी दूरी की यात्रा हो सकती है। यात्रा सुखद और लाभदायक होगी। घर के किसी सदस्य या मित्र की मदद से मनचाहा जीवनसाथी मिल सकता है। महिलाओं की धार्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी। जीवनसाथी की सेहत का ख्याल रखें।
शुभ अंक-8
शुभ दिन-रविवार
शुभ रंग-केसरिया
सफलता का सूत्र-समय पर कार्य करें।
उपाय-भगवान सूर्य को तांबे के लोटे से जल चढ़ाएं। ॐ घृणि सूर्याय नम: मंत्र का जप करें।
वृश्चिक : यह सप्ताह सुखद साबित होने जा रहा है। परिवार में किसी धार्मिक कार्य के संपन्न होने से मन में शांति और खुशी प्राप्त होगी। किसी कार्य विशेष के लिए किए गये प्रयास सफल होंगे। व्यवसाय में अप्रत्याशित लाभ होगा। नौकरी प्राप्त करने की दिशा में चल रहे प्रयास सफल होंगे। आफिस में वरिष्ठ अधिकारियों का सहयोग रहेगा। सप्ताह के मध्य में यात्रा के योग हैं। कोरोना काल को देखते हुए सेहत और सामान का विशेष ध्यान रखें। दांपत्य जीवन में जीवनसाथी की अपेक्षाओं की अनदेखी न करें। घर या बाहर मूल्यवान चीजों का ख्याल रखें। किसी मित्र के साथ लंबे समय से चली आ रही मित्रता प्रेम में बदल सकती है।
शुभ अंक-5
शुभ दिन-शुक्रवार
शुभ रंग-चमकीला सफेद
सफलता का सूत्र- सेहत और संबंधों का विशेष ख्याल रखें।
उपाय-कुल देवता की पूजा करें। गरीबों को खीर का प्रसाद बांटें।
धनु : करिअर और कारोबार की दृष्टि से यह सप्ताह नये अवसर लेकर आ रहा है। पूर्व में सोची हुई योजनाओं में सफलता मिलेगी। कारोबार में लाभ व उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। किसी आत्मीयजन की मदद से लंबे समय से पारिवारिक सदस्यों के साथ चली आ रही गलतफहमी के दूर होगी। परिजन आपके प्रेम संबंधों पर विवाह की मुहर लगाने को तैयार हो जाएंगे। सप्ताह के अंत में घर में होने वाले मांगलिक कार्यों से मन शांत रहेगा। छात्रों और युवाओं को करिअर बनाने की दिशा में बड़ी उपलब्धि हासिल होगी। बदलते मौसम में सावधानी रखें। सेहत संबंधी समस्याएं पैदा हो सकती हैं। मंगलवार के दिन किसी भी प्रकार का लेन-देन करने से बचें। किसी से भूलकर भी धन उधार न लें।
शुभ अंक- 2
शुभ दिन-गुरुवार
शुभ रंग-पीला
सफलता का सूत्र-आज का काम कल पर न टालें।
उपाय-भगवान विष्णु की विधि-विधान से पूजा करें। केले के वृक्ष की पूजा करें और पीला रूमाल अपनी जेब में हमेशा रखें।
मकर : इस सप्ताह आलस्य हावी हो सकता है। ऐसे में हाथ आए अवसर खो सकते हैं। लाभ एवं उन्नति के पर्याप्त अवसर के बावजूद समुचित लाभ नहीं उठा पाएंगे। कामकाज संबंधी निर्णयों में देरी के चलते नुकसान उठाना पड़ सकता है। सप्ताह के मध्य में छुपे हुए शत्रुओं से सतर्क रहने की आवश्यकता है। विरोधी आपके लिए षड़यंत्र रच सकते हैं। किसी भी कागज पर हस्ताक्षर से पहले ठीक से पढ़ें। किसी को कोई ऐसा वादा न करें जिसे भविष्य में पूरा करने में परेशानी हो। जीवनसाथी की सेहत को लेकर चिंता रहेगी। खानपान पर ध्यान दें। युवाओं का समय मध्यम है। प्रेम संबंधों में सोच-समझकर ही कदम आगे बढ़ाएं।
शुभ अंक-8
शुभ दिन-मंगलवार
शुभ रंग-नारंगी
सफलता का सूत्र-समय का प्रबंधन करें।
उपाय-कौओं, कुष्ठ रोगियों या किसी गरीब को भोजन दें। शनिवार को शनि मंदिर में या फिर पीपल के वृक्ष के नीचे तेल का दिया जलाएं।
कुंभ : यह सप्ताह राजनीति से जुड़े लोगों के लिए विशेष रूप से शुभ है। भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। लंबे समय से अटके काम पूरे होंगे। छात्रों को परीक्षा-प्रतियोगिता से जुड़ी शुभ सूचना मिलेगी। व्यवसाय में अपेक्षा से अधिक लाभ प्राप्त होगा। विभिन्न स्रोतों से आय के अवसर बनेंगे। गृहस्थ जीवन में संपन्नता आएगी। पत्रकारिता, शिक्षा, लेखन के क्षेत्र से जुड़े लोगों को मान-सम्मान प्राप्त होगा। सप्ताह के मध्य में धार्मिक कार्यों में अधिक समय व्यतीत होगा। परिवार में मांगलिक कार्य संपन्न होने से खुशी का माहौल रहेगा। किसी मित्र या रिश्तेदार से लंबे समय बाद मुलाकात होगी। सप्ताह के अंत में महिलाएं खुद की सेहत या फिर किसी बात को लेकर चिंतित रहेंगी।
शुभ अंक-6
शुभ दिन-रविवार
शुभ रंग-भूरा
सफलता का सूत्र- जल्दबाजी न करें।
उपाय-पीपल का वृक्ष लगाएं और उसकी सेवा करें। विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
मीन : इस सप्ताह परिस्थिति के साथ तालमेल बिठाते हुए आगे बढ़ने की जरूरत है। संपंति से जुड़े विवादों को कुछ दिनों के लिए टाल दें। कार्यों में कुछ अड़चनों के बावजूद सफलता प्राप्त होगी। सामाजिक एवं धार्मिक आयोजनों में मान-सम्मान प्राप्त होगा। भविष्य की योजना को लेकर धन निवेश कर सकते हैं। हालांकि धन निवेश करने से पहले किसी अनुभवी व्यक्ति या शुभचिंतक की सलाह लेना उचित रहेगा। सप्ताह के अंत में युवाओं को खुशियां मनाने के तमाम अवसर मिलेंगे। दोस्तों परिजनों के साथ मौज-मस्ती करते हुए समय बीतेगा। दांपत्य जीवन में किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है। प्रेम संबंधों में किसी तीसरे व्यक्ति के दखल से मन में तनाव बना रहेगा। सेहत को लेकर सावधान रहें। पेट और जोड़ों से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं।
शुभ अंक-9
शुभ दिन-मंगलवार
शुभ रंग-केसरिया
सफलता का सूत्र- परिस्थितियों के साथ तालमेल बिठाकर चलें।
उपाय-मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला चढ़ाएं। हनुमान चालीसा का पाठ करें।
जिनका आज जन्मदिन है, उन्हें शुभकामनाएं
22 नवंबर को जन्मे व्यक्ति का मूलांक 4 होगा। इस अंक से प्रभावित व्यक्ति जिद्दी, कुशाग्र बुद्धि वाले, साहसी होते हैं। ऐसे व्यक्ति को जीवन में अनेक परिवर्तनों का सामना करना पड़ता है। जैसे तेज स्पीड से आती गाड़ी को अचानक ब्रेक लग जाए, उनका ऐसा भाग्य होगा। यह भी निश्चित है कि इस अंक वाले अधिकतर लोग कुलदीपक होते हैं। आपका जीवन संघर्षशील होता है। इनमें अभिमान भी होता है। ये लोग दिल के कोमल होते हैं किन्तु बाहर से कठोर दिखाई पड़ते हैं। इनकी नेतृत्व क्षमता के लोग कायल होते हैं।
शुभ दिनांक : 4, 8, 13, 22, 26, 31
शुभ अंक : 4, 8,18, 22, 45, 57
शुभ वर्ष : 2022, 2031, 2040, 2060
ईष्टदेव : श्री गणेश, श्री हनुमान,
शुभ रंग : नीला, काला, भूरा
कैसा रहेगा यह वर्ष
यह वर्ष पिछले वर्ष के दुष्प्रभावों को दूर करने में सक्षम है। सजग रहकर कार्य करना होगा। परिवारिक मामलों में सहयोग से ही सफलता मिलेगी। मान-सम्मान में वृद्धि होगी और मित्र वर्ग का सहयोग मिलेगा। नवीन व्यापार की योजना प्रभावी होने तक गुप्त ही रखें। शत्रु पक्ष पर प्रभावपूर्ण सफलता मिलेगी। नौकरीपेशा प्रयास करें तो उन्नति के चांस हैं। विवाह के मामलों में आश्चर्यजनक परिणाम आ सकते हैं।
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