Dharm-Aadhyatm : आज का पंचांग एवं राशिफल

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13 नवम्बर, शुक्रवार


विक्रम संवत 2077, शक संवत 1942


दक्षिणायन, हेमंत ऋतु, कार्तिक मास, कृष्ण पक्ष


त्रयोदशी तिथि शाम 05:59 बजे तक तत्पश्चात चतुर्दशी


चित्रा नक्षत्र रात्रि 11:06 बजे तक तत्पश्चात स्वाती


प्रीति योग शाम 11:44 बजे तक तत्पश्चात आयुष्मान्


राहुकाल सुबह 10:59 बजे से दोपहर 12:23 बजे तक


सूर्योदय 06:48 बजे, सूर्यास्त 17:56 बजे


दिशाशूल - पश्चिम दिशा में


व्रत पर्व विवरण


धनतेरस, धन्वंतरि जयंती, यम दीपदान, नरक चतुर्दशी (रात्रि में मंत्रजप से मंत्रसिद्धि), काली चौदस (गुज), मासिक शिवरात्रि



विशेष


त्रयोदशी को बैंगन नही खाना होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)


दीपावली का त्योहार धनतेरस से शुरू होता है। मान्यता है कि धनतेरस के दिन समुद्र मंथन के दौरान भगवान धन्वंतरि अमृत कलश लेकर प्रकट हुए थे। धनतेरस भगवान धन्वंतरि की पूजा के साथ धन वर्षा करने वाला त्योहार है। धनतेरस के दिन धन प्राप्ति और कष्टों से मुक्ति पाने के लिए कुछ उपाय किए जाते हैं। कहते हैं कि धनतेरस के दिन उपाय करना शुभ होता है। अगर आपके घर में धन नहीं टिकता है तो आप धनतेरस के दिन ये अचूक उपाय कर सकते हैं :


1. धनतेरस के दिन गोमती च्रक का उपाय करने वाले व्यक्ति के पास धन-धान्य की कमी नहीं रहती है। धनतेरस पर पांच गोमती चक्र पर चंदन लगाकर लक्ष्मी पूजन करें और लक्ष्मी मंत्रों का जाप करें।


2. धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर को प्रसन्न करने के लिए पूजन के बाद रात को 21 चावल के दाने लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या पैसे रखने वाली जगह पर रखना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से समृद्धि आती है।


3. धनतेरस से भाई दूज तक 11 कौड़ियों को लाल कपड़े में रखकर श्री सूक्त का पाठ करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से धन संबंधी दिक्कतें दूर हो जाती हैं।


4. अचानक धन प्राप्ति के लिए धनतेरस की शाम को 13 दीपक जलाने चाहिए। साथ ही 13 कौड़ियों को लेकर आधी रात को घर के हर कोने में रख देना चाहिए। मान्यता है कि ऐसा करने से धन प्राप्ति के योग बनते हैं।


5. जिनके घर में पैसों की कमी रहती है उन्हें धनतेरस से दीपावली तक मां लक्ष्मी को एक लौंग का जोड़ा चढ़ाना चाहिए।


6. धनतेरस के दिन अगर आप चीनी, बताशा, खीर, चावल, सफेद कपड़ा आदि अन्य सफेद वस्तुएं दान करने से धन की कमी नहीं होती है।


7. धनतेरस के दिन कोई भिखारी या गरीब व्यक्ति दरवाजे पर आए तो उसे खाली हाथ नहीं भेजना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं।


8. धनतेरस की पूजा से पहले एवं बाद में दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर घर में चारों तरफ थोड़ा-थोड़ा छिड़कना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा मां लक्ष्मी का घर में आगमन होता है।


धनतेरस यानी 13 नवंबर को खरीदारी का शुभ मुहूर्त


सुबह 11:08 बजे से दोपहर 12:51 बजे तक।

दोपहर 3:38 मिनट से शाम 5:00 बजे तक।


धनतेरस पर राशि के अनुसार करें खरीदारी


मेष राशि : सोना-चांदी की वस्तु, जमीन।


वृषभ राशि : चांदी, हीरा की वस्तु, जमीन, वाहन।


मिथुन राशि : जमीन जायदाद, इलेक्ट्रॉनिक सामान, सोना-चांदी की वस्तु।


कर्क राशि : सोना-चांदी की वस्तु, शेयर मार्केट में निवेश और जमीन।


सिंह राशि : सोना, तांबा, फर्नीचर, शेयर मार्केट में निवेश।


कन्या राशि : सोना-चांदी, इलेक्ट्रॉनिक सामान, जमीन।


तुला राशि : चांदी, शेयर मार्केट में निवेश और वाहन की खरीदारी से बचें।


वृश्चिक राशि : सोना-चांदी, जमीन और किसी भी तरह का निवेश।


धनु राशि : सोना, इलेक्ट्रॉनिक सामान और जमीन।


मकर राशि : चांदी, जमीन और इलेक्ट्रॉनिक सामान।


कुंभ राशि : सोना-चांदी की वस्तु और फिक्स डिपॉजिट।


मीन राशि : हर प्रकार का निवेश और खरीदारी उत्तम रहेगी।


दीपावली के दिन

घर के पहले द्वार पर चावल का आटा और हल्दी का मिश्रण करके स्वस्तिक अथवा ॐ लगा देना, ताकि गृह दोष दूर हों और लक्ष्मी की स्थिति हो।


लक्ष्मी प्राप्ति के उपाय


दीपावली की रात मुख्य दरवाजे के बाहर दोनों तरफ 1-1 दिया गेहूँ के ढेर पे जलाएं। कोशिश करें की दिया पूरी रात जलें। आपके घर में सुख-समृद्धि की वृद्धि होगी। जिनके घर में आर्थिक परेशानी हो वो घर में भगवती लक्ष्मी का पूजन करें।


ॐ महालक्ष्मऐ नमः

ॐ विष्णुप्रियाऐ नमः

ॐ श्रीं नमः

इन मन्त्रों में से किसी एक मंत्र का जप करें।


रात को चंद्रमा को अर्घ्य दें


अर्घ्य देते समय :

ॐ सोमाय नमः :

ॐ चन्द्रमसे नमः

ॐ रोहिणी कान्ताय नमः

ॐ सोमाय नमः

ॐ चन्द्रमसे नमः

ॐ रोहिणी कान्ताय नमः


इन मन्त्रों से पूजन करें।


दीपावली की रात को चाँदी की छोटी कटोरी या दिये में कपूर जलने से दैहिक दैविक और भौतिक परेशानी/कष्टों से मुक्ति होती है| दीपावली के दिन स्फटिक की माला से इन मन्त्रों के जप करने से लक्ष्मी आती हैं :


ॐ महालक्ष्मऐ नमः

ॐ विष्णुप्रियाऐ नमः

ॐ श्रीं नमः


दीपावली की रात गणेश को लक्ष्मी के बाएं रख कर पूजा की जाये तो कष्ट दूर होते हैं। अगर घर में खींचातानी हो या दुकान में बरकत नहीं हो तो हर रविवार को एक लोटे में जल भर कर 21 बार गायत्री मन्त्र *(ॐ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यम भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात) का जप करके जल को दीवारों पर छिड़क दें पर ध्यान रहे की पैरों के नीचे जल ना आये इसलिए दीवारों पर ही छिड़कना है।


दीपावली की सुबह तेल से मालिश करके स्नान करना चाहिए।



भूत प्रेत से रक्षा


दीपावली के दिन सरसों के तेल का या शुध्द घी का दिया जलाकर काजल बना लें। यह काजल लगाने से भूत प्रेत पिशाच, डाकिनी से रक्षा होती है। बुरी नजर से भी रक्षा होती है।



माँ लक्ष्मी मन्त्र


दीपावली की रात कुबेर भगवान ने लक्ष्मी जी की आराधना की थी तो कुबेर बन गए। जो धनाढ्य लोगों से भी बड़े धनाढ्य हैं। सभी धन के स्वामी हैं। दिया जला के जप करने वाले को धन, सामर्थ्य , ऐश्वर्य पाता है। ध्रुव, राजा प्रियव्रत ने भी आज की रात लक्ष्मी प्राप्ति का, वैभव प्राप्ति का जप किया था। मन्त्र बहुत सरल है…मन्त्र का फल प्राप्त करने के लिए श्रद्धा से मंत्र सुनें :-


माँ लक्ष्मी मन्त्र


ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं ऐं कमलवासिन्यै स्वाहा


दीपावली से पहले लोग घरों की सफाई करते हैं। धनतेरस के दिन घर के कुछ खास जगहों की सफाई का विशेष महत्व है। मान्यता है कि धनतेरस पर मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर की कृपा पाने के लिए घर के कुछ खास कोनों की सफाई जरूरी करनी चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से धन-धान्य में बरकत के साथ मां लक्ष्मी का हमेशा साथ बना रहता है। इस साल धनतेरस 13 नवंबर को मनाया जाएगा। ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 12 नवंबर रात से लग रही है, ऐसे में धनतेरस की खरीदारी 12 नवंबर की रात को की जा सकेगी।


1. वास्तु के अनुसार, घर के ईशान कोण का खास महत्व होता है। वास्तु शास्त्र में इसे देवताओं का स्थान माना गया है। कहते हैं कि आमतौर पर घरों में मंदिर इसी कोण में होता है। घर के ईशान कोण को उत्तर-पूर्व कोण भी कहते हैं। मान्यता है कि धनतेरस के दिन इस कोण की सफाई जरूर करनी चाहिए। कहते हैं कि अगर आप इस घर का कोना कभी इस्तेमाल नहीं करते या गंदा रहता है तो मां लक्ष्मी का आशीर्वाद प्राप्त नहीं होता है।



2. धनतेरस के दिन सवेरे घर के पूर्व के स्थानों की सफाई करना शुभ होता है। कहते हैं कि ऐसा करने से घर में पॉजिटिव ऊर्जा आती है और साथ ही मां लक्ष्मी का स्थायी वास घर में होता है और तरक्की मिलने का योग बनता है।


3. धनतेरस के दिन उत्तर दिशा का साफ भी होना जरूरी होता है। कहते हैं कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी का साथ हमेशा बना रहता है।



4. घर के बीचो-बीच की जगह यानी ब्रह्म स्थान सबसे महत्वपूर्ण होता है। मान्यता है कि इस जगह पर बिना जरूरत वाला सामान नहीं रखना चाहिए। साथ ही इस जगह को हर दिन साफ करना चाहिए। धनतेरस के दिन इस जगह की सफाई का विशेष महत्व है। कहते हैं कि ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है।

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