- हाथरस प्रकरण में महिला को लेकर सोशल मीडिया पर कई वीडियो वायरल
- मेडिकल काॅलेज की प्रोफेसर, परिवार के सदस्यों को भड़काने का आरोप
प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, हाथरस
हाथरस प्रकरण में तरह-तरह की अफवाहें उड़ रहीं हैं। इस प्रकरण को नक्सल कनेक्शन से लेकर जातीय दंगा भड़काए जाने से भी जोड़ा जा रहा है।चंदपा की बिटिया के प्रकरण में रोजाना नए खुलासे हो रहे हैं। इसकी वजह बिटिया के घर आई एक महिला है, जो कई दिन तक भाभी बनकर रही। यहां उसने परिवार की जमकर पैरवी भी की।
कई बड़े नेताओं के सामने वह खुलकर सामने आई। मीडिया के सामने भी बेबाकी से अपनी बात रखी। कहा यह जा रहा है कि स्पेशल इंवेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) के सामने भी वह पूछताछ में मौजूद रही। शक होने पर छानबीन की गई तो वह जबलपुर की एक मेडिकल कॉलेज की प्रोफेसर निकली। हालांकि बिटिया के परिजन कह रहे हैं कि वह उनकी दूर की रिश्तेदार हैं।
शनिवार को सोशल मीडिया पर यह खबर चली कि बिटिया के घर में तीन दिन तक एक महिला रुकी थी। यह महिला खुद को परिवार की भाभी बता रही थी और उसका नक्सल कनेक्शन है। जातीय दंगे कराने की कोशिश की साजिश में वह शामिल थी। उसने ही पीड़ित परिवार को बरगलाया। एसआईटी के सामने पूछताछ में मौजूद रही। जबलपुर की रहने वाली इस महिला की गतिविधियां एसआईटी को संदिग्ध लगीं।
बताया जा रहा है कि यह महिला तीन दिन तक यहां रुकने के बाद चली गई। एसआईटी ने भी उसके कॉल रिकॉर्ड खंगालने शुरू कर दिए। सूत्रों की मानें तो एसआईटी की जांच में इस महिला का मामला भी शामिल हो गया है।
नक्सलवाद से जोड़ने पर करूंगी कानूनी कार्रवाई : महिला प्रोफेसर
सोशल मीडिया पर महिला को लेकर शनिवार देर शाम कुछ और वीडियो वायरल हुए। इस वीडियो में इस महिला की पहचान राजकुमारी बंसल निवासी जबलपुर के रूप में हुई। यह महिला सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज में प्रोफेसर हैं। उनका कहना था कि इस घटना की जानकारी पाकर वह हाथरस गईं थी। इस बारे में अपने अधिकारियों को भी अवगत कराया था। उसका पीड़ित परिवार से खून का कोई रिश्ता नहीं है। एक-दो दिन परिवार के साथ रुकी थी। उसने कहा है कि उसका नक्सली कनेक्शन साबित तो किया जाए। वह मानवता के नाते वहां गई थी। उनके नंबर के साथ छेड़छाड़ की गई है। साइबर सेल में इस बारे में शिकायत की है, जो लोग मुझे नक्सलवाद से जोड़ रहे हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करूंगी।
पीड़ित बोले, सूचना मिलने पर आई थीं घर
इस मामले में बिटिया की भाभी का कहना है कि यह महिला उनकी दूर की रिश्तेदार हैं। घटना की जानकारी पाकर यहां आई थी। बिटिया के भाई का कहना था कि उनके सब रिश्तेदार व सहानुभूति रखने वालों को तरह-तरह से बदनाम किया जा रहा है। यह सब एक साजिश का हिस्सा है। उनके यहां जो आ रहा है, उसे नक्सलवादी, आतंकवादी बताया जा रहा है।
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