प्रारब्ध बिजनेस डेस्क
Important News:कोरोना महामारी के दौरान बैंकों में फ्रॉड के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के सख्त नियमों के बाद भी बैंकों में धोखाधड़ी की घटनाए नहीं रूक रही हैं।
एसबीआई ने अपने आफिसियल टि्वटर हैंडल के जरिए ट्वीट कर बताया कि जब भी एटीएम से बैलेंस या मिनी स्टेटमेंट चेक करने का निवेदन बैंक को मिलेगा, तो ग्राहक को एसएमएस के माध्यम से अलर्ट किया जाएगा। इसकी शुरुआत बैंक ने इसलिए की है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि लेनदेन ग्राहक द्वारा ही किया जा रहा है।
बैंक ने कहा कि इसके माध्यम से यह जानने में मदद मिलेगी कि ग्राहकों के डेबिट कार्ड से कोई और लेनदेन तो नहीं कर रहा। इससे फ्रॉड के मामले कम होंगे और ग्राहकों को सुरक्षित बैंकिंग की सुविधा मिलेगी। एसबीआई का कहना है कि अगर लेनदेन कोई और कर रहा होगा तो एसएमएस सूचना मिलने पर ग्राहक तुरंत अपना डेबिट कार्ड ब्लॉक करा सकेगा।
एसबीआई के 44 करोड़ खाताधारकों को मिली राहत
एसबीआई ने खाताधारकों को राहत देते हुए हाल में कुछ शुल्क खत्म किए हैं। इसमें एसएमएस अलर्ट और न्यूनतम बैलेंस शामिल हैं। इससे एसबीआई के 44 करोड़ से अधिक बचत खाताधारकों को राहत मिली है।
अब ग्राहकों से एसएमएस अलर्ट और न्यूनतम बैलेंस के चार्ज नहीं वसूले जाएंगे। यह सेवा मुफ्त हो गई है। साथ ही बैंक ने यह भी कहा है कि अनावश्यक एप्स से छुटकारा पाने के लिए #YONOSBI डाउनलोड करें। यानी बैंक ने ग्राहक के खाते से रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर बैकिंग सर्विस मैसेज के लिए लगने वाले चार्ज को खत्म कर दिया है। अब ग्राहक को कोई चार्ज नहीं देना होगा।Important News
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