प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, इटावा
सोशल मीडिया पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ, धर्म विशेष के प्रति अपमानजनक टिप्पणी करने वाले विवादित निलंबित दारोगा विजय प्रताप सिंह को थाना फ्रेंड्स कॉलोनी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
उसके खिलाफ थाना सिविल लाइन में दो मुकदमे दर्ज कराए गए थे। पहला मुकदमा भाजपा जिलाध्यक्ष अजय प्रताप सिंह धाकरे ने दर्ज कराया था। दूसरा मुकदमा अखिल भारतीय ब्राह्मण महासभा के शैलेंद्र चौधरी ने दर्ज कराया था।
थानाध्यक्ष प्रमोद शुक्ला ने बताया कि विजय प्रताप को आईटीआई चौराहे के पास से गिरफ्तार किया गया है। सिविल लाइन थाने में दर्ज दोनों मुकदमों की विवेचना उनके द्वारा की जा रही है। एसएसपी आकाश तोमर ने बताया कि दारोगा विजय प्रताप द्वारा कई बार अनुशासनहीनता की गई है। उन्हें निलंबित किया गया है। उनकी बर्खास्तगी की कार्रवाई शासन स्तर पर लंबित है।
शुरू से ही विवादित हैं विजय प्रताप
दारोगा विजय प्रताप मिर्जापुर से वर्ष 2019 में स्थानांतरण पर यहां आए थे। आने के बाद से ही विवादों में रहे हैं। जुलाई 2019 में दारोगा विजय प्रताप ने बिठौली थाने में तैनाती किए जाने से गुस्सा होकर पुलिस लाइंस से पैदल ही 60 किमी की दौड़ लगा दी थी, जिससे वह चर्चा में आ गए थे। उनकी इस हरकत से पुलिस की छवि धूमिल हुई थी। तत्कालीन एसएसपी संतोष कुमार मिश्रा ने उनकी इस हरकत के कारण निलंबित कर दिया था।
कोविड-19 के दौरान लॉकडाउन में विजय प्रताप ने थाना सहसों के एक गांव में हिंदू देवी देवताओं के विरुद्ध आपत्तिजनक व भड़काऊ भाषा का प्रयोग करते हुए मूर्ति खंडित करने का प्रयास किया था। थाना सहसों में उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया गया था।
23 जुलाई 2020 को कचहरी परिसर में अपने अधिवक्ता धर्मेंद्र पांडेय से मारपीट कर दी थीश, जिसमें थाना सिविल लाइन में मुकदमा दर्ज कराया गया था। विजय प्रताप मूल रूप से मऊ जिले के थाना हलधर के ग्राम शहूबारी के रहने वाले हैं और वर्ष 2015 बैच के दरोगा हैं।
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