कोरोना की इस महामारी को देखते हुए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दुर्गा पूजा के समारोह को लेकर बड़ा फैसला लिया जा सकता है। दुर्गा पूजा के आयोजन के सार्वजनिक आयोजन रोक लगाई जा सकती है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री आदित्यनाथ इस पर जल्दी ही निर्णय लेंगे। जिसके बाद विस्तृत रूप से निर्देश जारी किए जाएंगे। सार्वजनिक आयोजन पंडालों में नहीं होगा बल्कि लोग अपने घरों में दुर्गा प्रतिमा की स्थापना कर सकते हैं और पूजा अर्चन कर सकते हैं।
दुर्गा पूजा का सार्वजनिक आयोजन नहीं होने से इससे जुड़े बहुत से व्यवसायियों पर आर्थिक मार पड़ेगी। पूजा से संबंधित टेंट हाउस व्यवसाई, लाइट एंड साउंड का काम करने वाले तथा विसर्जन यात्रा में बैंड, डीजे बजाने वाले लोगों को आर्थिक नुकसान होगा। साथ ही बड़े पैमाने पर समारोह होने के कारण मेला देखने वालों की भी भीड़ एकत्रित होती है जिससे स्थानीय व्यवसायियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ेगा।
दशहरे पर रामलीला के मंचन की परंपरा नहीं टूटेगी। रामलीला का मंचन किया जा सकेगा पर उसके कुछ नियम होंगे। 100 से ज्यादा दर्शक नहीं होंगे कोविड-19 के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन सख्ती से किया जाएगा। सैनिटाइजेशन, मास्क और हाथ धोने के लिए सख्ती से अनुपालन होगा। यह जानकारी रविवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद व्यापारी कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष पुष्पदंत जैन ने दी।
जैन ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सड़क पर कोई भी आयोजन नहीं होगा। कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा। कोई मेला नहीं लगेगा।
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