बलिया : बाढ़ प्रभावित क्षेत्राें का जाना हाल, किसी तरह रोकें कटान

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  • पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का किया दौरा 
  • जिलाधिकारी को दिए आवश्यक-दिशा निर्देश, बोले तीन दिन में पूरा कराएं कटान रोकने का कार्य

कटान की स्थिति देखते प्रभारी मंत्री अनिल राजभर।

प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, बलिया


बाढ़ से प्रभावित जिले का हाल जानने के लिए पिछड़ा वर्ग कल्याण एवं दिव्यांगजन सशक्तीकरण मंत्री अनिल राजभर मंगलवार को बलिया पहुंचे। उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। गंगापुर घाट पर जाकर कटान की स्थिति देखी। कटान रोकने के लिए बाढ़ खण्ड अधिकारी को तेजी लाने के निर्देश दिए। डीएम ने बाढ़ की तैयारियों को लेकर कराए गए कार्य की जानकारी से अवगत कराया।

डीएम को दिशा-निर्देश देते प्रभारी मंत्री अनिल।
जिलाधिकारी जिलाधिकारी श्रीहरि प्रताप शाही ने प्रभारी मंत्री को बताया कि आठगाँवा, इम्ब्राहिमाबाद नोवरार में घाघरा नदी से हो रहे कटान को रोकने के लिए व्यवस्था की जा रही है। ड्रेसिंग का कार्य पहले एक किलोमीटर दूरी पर चल रहा था। जलस्तर बढ़ने पर अब 300 मीटर दूरी तक कराया जा रहा है। प्रतिदिन बोरी में ईंट व बालू भरकर नदी में डाला जा रहा है। मंत्री ने ड्रेसिंग कार्य कर रहे मजदूरों की सराहना करते हुए निर्देश दिया कि मजदूरों का मानदेय नहीं रुकना चाहिए। इनका मानदेय रुकने पर कार्रवाई की जाएगी। ड्रेसिंग कार्य तीन दिन के अंदर पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री निर्देश है कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। निरीक्षण में राज्यमंत्री आनन्द स्वरूप शुक्ल, बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह, नगर मजिस्ट्रेट नागेंद्र पांडेय, एसडीएम सदर राजेश कुमार यादव, एसडीएम बैरिया व अधिकारी साथ रहे।


24 घंटे हो रही पेट्रोलिंग

प्रभारी मंत्री ने सहतवार के बेलउर गांव में राजभर बस्ती में जाकर ग्रामीणों से बाढ़ पर चर्चा की। कहा, बाढ़ का दौरा कर व्यवस्था देखी है। प्रदेश सरकार के बाढ़ के स्थायी समाधान के लिए कदम बढ़ाए हैं। जहाँ बाढ़ से पलायन होता था वहां पर 90 प्रतिशत की गिरावट आई है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्राें में सभी इंतजाम किए गए हैं। 24 घंटे पेट्रोलिंग हाे रही है। जरूरत पड़ी तो ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जाएगा।


किसानों काे फसल नुकसान का मुआवजा

मुख्यमंत्री के निर्देश पर राहत कार्य चलाए जा रहे हैं। बाढ़ से प्रभावित इलाकों में किसानों की फसल को नुकसान हुआ है। पानी घटने के बाद उसका आंकलन कराके मुआवजा दिया जाएगा। इसमें किसानों का साथ पूरा न्याय किया जाएगा।


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