- डीएम और प्रशासनिक अधिकारियों पर लगाया बदसुलूकी का आरोप
- कोरोना से एडिशनल सीएमओ डॉ. जंग बहादुर की मृत्यु से आक्रोशित
प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो, वाराणसी
कोरोना महामारी नियंत्रण में दिन-रात काम में जुटे डॉक्टरों में जिला प्रशासन के रवैये से नाराजगी है। साथ ही मंगलवार देर रात कोरोना से एडिशनल एसीएमओ की मौत से उनमें जबरदस्त आक्रोश भी है। जिलाधिकारी समेत प्रशासिनक अधिकारियों पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाते हुए बुधवार को 32 प्रभारी चिकित्साधिकारियों ने सीएमओ को अपना इस्तीफा दे दिया। उन्होंने कहा है कि चिकित्सा-सेवा कार्य करते रहेंगे, लेकिन किसी प्रकार की जिम्मेदारी नहीं लेंगे।
चिकित्साधिकारियों का आरोप है कि डीएम व प्रशासनिक अधिकारी बैठकों में हमेशा दुर्व्यवहार करते हैं। उन्हें अपने टारगेट की ही परवाह रहती है। डॉक्टरों से लेकर स्वास्थ्य कर्मचारियों की दिन-रात की कड़ी मेहनत को वह कभी तवज्जो ही नहीं देते। असम्मानजनक व्यवहार किया जाता है। एडीएम सिटी द्वारा प्रेषित आरोप पत्र से भी उनमें आक्रोश है। चिकित्साधिकारियों ने अपर मुख्य सचिव की बैठक में अनुपस्थित रहने पर मृत एडिशनल मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. जंग बहादुर को कोविड वार रूम में ड्यूटी लगाने के डीएम के आदेश पर भी नाराजगी जताई है। डॉ. जंग बहादुर दिनरात अपनी ड्यूटी पूरी जिम्मेदारी से निभाते रहे। अस्वस्थ होने की वजह से बैठक में उपस्थित नहीं हो सके। वह हृदय रोगी भी थे। डीएम के इस आदेश से वह काफी आहत थे। हृदय की बीमारी के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां वह कोरोना पॉजिटिव निकले।
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