कपड़ों का सीजन अक्टूबर से शुरू होने के कारण अभी उद्यमी तसल्ली से हर जगह से कोटेशन ले रहे हैं। इसी तरह मशीन स्पेयर पार्ट्स आदि के लिए कोटेशन जापान ताइवान व कोरिया से मंगाए जा रहे हैं। नॉर्दर्न इंडिया होजरी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन के महामंत्री प्रमोद सुराना कहते हैं हम जापान कोरिया और ताइवान जैसे देशों में विकल्प तलाश रहे हैं। हमारे आर्डर भी इन्ही देशों में जाएंगे। रेडीमेड कारोबारी नजम हमराज कहते हैं कि देश में सूरत अहमदाबाद, कोलकाता आज कपड़ों की जरूरत पूरी कर सकते हैं, यह थोड़ा महंगा विकल्प है। इसी तरह थाईलैंड वियतनाम आदि भी विकल्प हैं । सभी के रेट लेकर तैयार माल की कीमत का आकलन किया जा रहा है।यदि यहां कपड़ों की गुणवत्ता की जांच के लिए लैब बन जाए तो भी खर्च में कमी आ जाएगी। आंकड़ों की जुबानी-
सालाना रेडीमेड कारोबार -₹3000 करोड़
सालाना होजरी कारोबार -₹1500 करोड़
शहर में रेडीमेड कारखाने-4000
निटिंग कारखाने होजरी के-500
रोज़गार-02 लाख से ज्यादा लोगों को
5000 कारखाने कटिंग के,50 कारखाने होजरी डाइंग के।
80 प्रतिशत कच्चा माल होजरी व वस्त्र उद्योग के लिये चीन सेआयात होता है।
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