प्रारब्ध न्यूज़ ब्यूरो
केंद्र ने वर्तमान में आई परिस्थिति की वजह से एजुकेशन में आई समस्या को ध्यान में रखते हुए आईआईटी के बाद एनआईटी और सीएफटीआई में इंट्रेंस की राह को आसान करने के लिए स्टूडेंट्स के हित को ध्यान मे रखते हुए एक अहम फैसला लिया है। आईआईटी में एडमिशन के लिए 12वीं के नंबरों का आधार हटाने के बाद अब केंद्रीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी और सभी केंद्रीय रूप से वित्तपोषित तकनीकी संस्थानों सीएफटीआई में भी इस क्राइटेरिया को हटाने का फैसला लिया है।
मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने अपने ट्विटर हैंडल के जरिए एनआईटी और सीएफटीआई में एडमिशन लेने के लिए नए संशोधन के बारे में जानकारी ताजा की है। जिनका पालन इस साल से एनआईटी और सीएफटीआई में ग्रेजुएशन कोर्सेज में दाखिला के लिए जारी किया जाएगा। मौजूदा परिस्थिति को देखते हुए एचआरडी मंत्री ने अपने ट्वीट में लिखा एनआईटी और अन्य केंद्रीय रूप से वित्त पोषित तकनीकी संस्थानों में एडमिशन के लिए जेईई मेन को पास करने के अलावा 12वीं क्लास की परीक्षा में सिर्फ उत्तीर्ण प्रमाण पत्र प्राप्त करना होगा नंबर चाहे जितने भी हो, जबकि पूर्व में जेईई मेंस को पास करने के अलावा 12वीं बोर्ड परीक्षा में न्यूनतम 75% अंक प्राप्त करना होता था।
शिक्षा मंत्री द्वारा 17 जुलाई को घोषणा की थी कि कई बोर्ड द्वारा 12वीं की परीक्षाओं को रद्द करने के चलते ज्वाइंट एडमिशन बोर्ड ने इस बार जेईई एडवांस 2020 के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में ढील देने का फैसला किया है। अब कक्षा 12वीं की परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले योग्य उम्मीदवार आईआईटी में एडमिशन लेने के योग्य होंगे भले ही उनके नंबर कितने भी हों। यह स्टूडेंट के लिए एक सुखद सूचना है अब वह जेईई मेंस के लिए 12वीं उत्त्तीर्ण होना ही काफी है।
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