कोरोना वैक्सीन तैयार, अब मनुष्य पर ट्राॅयल

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  • यूपी के गोरखपुर व कानपुर में कोरोना वैक्सीन का ट्रॉयल

  • आइसीएमआर ने ट्रायल के लिए देश के 12 संस्थानों का किया चयन

  • आइसीएमआर के डीजी ने पत्र लिखा, 7 जुलाई से शुरू करें ट्रायल

  • मानव पर ट्राॅयल सफल होने पर 15 अगस्त को देश में की जाएगी लांच

प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो

भारत में तेजी से बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच राहत भरी खबर आ रही है। देश की पहली स्वदेशी कोरोना (कोविड-19) वैक्सीन तैयार कर ली गई है। देश भर में इसे 15 अगस्त को लॉंच करने की तैयारी हो रही है। इसे ध्यान में रखते हुए इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आइसीएमआर) ने वैक्सीन का मानव पर असर देखने के लिए देश भर के 12 संस्थानों में क्लीनिकल ट्रॅयल की अनुमति प्रदान की है, जिसमें उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के राना हॉस्पिटल और कानपुर के प्रखर हॉस्पिटल भी शामिल हैं। आइसीएमआर के महानिदेशक ने 7 जुलाई से ट्रॉयल शुरू करने के लिए पत्र लिखा है।

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी, पुणे के साथ मिलकर फार्मूला बनाया है। उसके बाद हैदराबाद की भारत बायोटेक इंटरनेशनल लिमिटेड ने कोविड-19 टीका (बीबीवी152 कोविड वैक्सीन) तैयार की है। केंद्र सरकार 15 अगस्त तक लांच करना चाह रही है। इसलिए आइसीएमआर के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने वैक्सीन तैयार करने वाली फार्मास्यूटिकल कंपनी भारत बायोटेक एवं मानव पर क्लीनिकल ट्रायल करने वाले संस्थानों को पत्र लिखा है। उसमें कहा गया है कि यह देश का उच्च प्राथमिकता का प्रोजेक्ट है। इसलिए समय का ध्यान रखा जाए। इसका परीक्षण 7 जुलाई से शुरू कर दिया जाए। तेजी से परीक्षण होने पर नतीजे भी जल्द मिलेंगे।

ऐसे होगा ट्रॉयल

सामान्य मरीजों को वैक्सीन दी जाएगी। उनके ब्लड सैंपल लेकर आरटी-पीसीआर जांच और एंटीबॉडीज टेस्ट कराया जाएगा। उसमें रिपोर्ट निगेटिव आने पर ही पंजीकृत करके वैक्सीन लगाई जाएगी। उसकी रिपोर्ट आइसीएमआर को भेजी जाएगी। उस मरीज का दो हफ्ते और चार हफ्ते बाद एंटीबॉडीज टाइटर टेस्ट किया जाएगा। उसमें वैक्सीन का असर और साइड इफेक्ट भी देखे जाएंगे।

इन संस्थानों में होगा

एम्स दिल्ली, एम्स पटना, कर्नाटक के बेलगाम के फिजीशियन जीवन रेखा हॉस्पिटल, महाराष्ट्र के नागपुर के गिलुरिकर मल्टी सुपरस्पेशियलिटी हॉस्पिटल, तामिलनाडु के एसआरएम मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल, तेलंगाना के हैदराबाद के निजाम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, आंध प्रदेश के विशाखापटनम के किंग जार्ज हॉस्पिटल, हरियाणा के रोहत के पंडित बीडी शर्मा पीजीआइएमएस, गोवा एवं भुवनेश्वर के संस्थान शामिल हैं।

आइसीएमआर से अभी तक वैक्सीन के ह्यूमन क्लीनिकल ट्रॉयल की पूरी गाइडलाइन नहीं मिली है। इसे सोमवार तक मिलने की उम्मीद है। अभी तक की जानकारी के अनुसार ब्लड सैंपल की जांच कराने के बाद ही वैक्सीन लगाई जाएगी। उसकी रिपोर्ट आइसीएमआर को भेज दी जाएगी।

- प्रो. जेएस कुशवाहा, मुख्य शोधकर्ता, प्रखर हॉस्पिटल, कानपुर।यूपी के गोरखपुर व कानपुर में कोरोना वैक्सीन का ट्रॉयल






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