- डीजी ने गोरखपुर रेंज के डीआईजी को सौंपी जांच, दो दिन में मांगी रिपोर्ट
- जेलर, डिप्टी जेलर समेत कई कर्मचारियों के खिलाफ हो सकती कार्रवाई
जिला जेल के अंदर भी पुराने बंदियों का सिक्का चल रहा है। जेल में नए बंदियों से रंगदारी के लिए पुराने बंदी आए दिन मारपीट करते हैं। मंगलवार को एक बंदी को तीन बंदियों द्वारा मारने का एक वीडियो वायरल हो गया है। इसे डीजी आनंद कुमार ने गंभीरता से लेते हुए इसकी जांच गोरखपुर रेंज के डीआईजी को सौंपी है। दो दिन में जांच रिपोर्ट भी तलब की है। इस प्रकरण में जेलर, डिप्टी जेलर समेत कई कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है। जब जेल के अंदर मोबाइल लेकर जाने की इजाजत नहीं है, ऐसे में मोबाइल कैसे अंदर पहुंच गया।
बलिया जिला जेल के अधीक्षक प्रशांत मौर्य ने बंदी को पीटने की घटना को स्वीकार किया है। उन्होंने इसे 12 जून की घटना बताया है। जिसमें शातिर अपराधी रोहित वर्मा व दो अन्य बंदी मिलकर धर्मेंद्र सिंह की पिटाई करते नजर आ रहे हैं। बताया जा रहा है कि रोहित को प्रशासनिक आधार पर 20 जून को आजमगढ़ जेल भेज दिया गया था। वहीं वीडियो वायरल के बाद जेलर विनय मिश्र का कहना है कि यह पुराना वीडियो है। इसमें दिख रहा बंदी इस समय दूसरे जिले की जेल में है। उधर, सोशल मीडिया में वायरल होने और एक चैनल में चलने के बाद शासन में खलबली मच गई। डीजी आनंद कुमार ने जानकारी होते ही गोरखपुर जेल के वरिष्ठ अधीक्षक और प्रभारी रेंज डीआईजी धनीराम को जांच सौपी है।
प्रदेश में एक साल बाद आई कोई घटना
प्रदेश की किसी जेल के अदंर बंदियों के बीच मारपीट की घटना का किसी तरह का वीडियाे एक साल बाद सामने आया है। इससे पहले बंदियों के बीच मौज-मस्ती, जन्मदिन बनाने और पिस्टल लहराते हुए वीडियाे फैजाबाद, रायबरेली और उन्नाव समेत कई जेलों में वायरल हो चुके हैं।
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