प्रारब्ध न्यूज ब्यूरो
Important News-करोना की महामारी में स्कूल, कार्यालय सब बन्द हैं। घर के बुजुर्ग,महिलाओं एवं बच्चों का अधिकतर समय टीवी, मोबाइल और लैपटाॅप पर गुज़र रहा है। यह समय औसतन 8-10 घंटे होता है। स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई भी ऑनलाइन हो रही है। मोबाइल, लैपटॉप और कंप्यूटर पर पांच साल के बच्चे से लेकर 15 वर्ष के किशोर 6-7 घंटे ऑनलाइन पढ़ाई करने में व्यस्त रहते हैं। इसका विपरीत प्रभाव उनकी आंखों और दिमाग पर हैं।
बच्चों के माता-पिता विशेषज्ञों के पास उन्हें लेकर पहुंच रहे हैं और उनकी आंख और याददाश्त पर प्रभाव पड़ने की शिकायत कर रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है बच्चों की आंख और मस्तिष्क, बड़ों की अपेक्षा अधिक संवेदनशील होता है । टेलीमेडिसिन ओपीडी और क्लीनिक में ऐसी समस्याएं 20 प्रतिशत आ रही हैं।
वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ शरद बाजपेई का कहना है कि मई जून में तो ऐसे भी क्लास नहीं लगती थी। मेरे विचार से इन्हे बंद कर देना चाहिए ।खासकर 5 से 10 साल तक के बच्चों में इसका अधिक प्रभाव पड़ रहा है। हमारे यहां शहरी क्षेत्र के अलावा ग्रामीण क्षेत्र के भी बच्चे इलाज के लिए आ रहे हैं, जिन्हें मोबाइल के माध्यम से क्लास अटैंड करने की वजह से समस्या उत्पन्न हुई है। उनकी आंखों में से पानी आने की शिकायत के साथ आंखों में चुभन भी होती है। लंबे समय तक अपलक देखने से आंखें लाल हो रही हैं । 12 साल से कम उम्र के बच्चों की ऑनलाइन क्लासेज नहीं होनी चाहिए।
ऑनलाइन पढ़ाई में लगता है दिमाग
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मनोरोग विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉक्टर गणेश शंकर का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई क्लास रूम का कभी विकल्प नहीं बन सकती है। ऑनलाइन क्लासेज में एक जगह बैठे -बैठे बोर हो जातें हैं , जिससे पढ़ाई के प्रति रुचि पैदा नही हो पाती है। उनका दिमाग थकने लगता है।
बच्चे नटखट होते हैं और वह क्लास में अपने सहपाठियों के साथ शरारत और उछल कूद भी करते हैं। जिससे उनका उत्साहवर्धन होता है और कंसन्ट्रेसन बढ़ता है। ऑनलाइन पढ़ाई में एक जगह बैठे रहना पड़ता है,जिससे उनका ब्रेन एकाग्रचित नही हो पाताहै। टेलीमेडिसिन ओपीडी में 25 से 30 प्रतिशत अभिभावक बच्चों के याद नही होने और पढ़ाई में मन नहीं लगने की शिकायत कर रहे हैं ।
आंख सूखने की समस्या
जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर परवेज खान का कहना है कि टीवी ,मोबाइल, कंप्यूटर और लैपटॉप की स्क्रीन पर लगातार देखने से सूखेपन की समस्या होती है। आंखों पर दबाव पड़ता है। सिर में दर्द, आंखों में खुजली और धुंधलापन के साथ याददाश्त की समस्या होती है।
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